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व्यास पंचांग का सामान्य परिचय

आचार्य श्री अजयभाई व्यास

आचार्य श्री अजयभाई जे.व्यास ने 12 साल की छोटी उम्र में ही पारम्परिक एवं कौटुम्बिक सहाय(अपने दादा श्री) से पंचांग निर्माण,खगोल गणित (Astronomical Mathematics/Celestial Mechanics), ज्योतिष (सिध्धांत+होरा+संहिता),वास्तुशास्त्र,शिल्पशास्त्र,मुहूर्तशास्त्र,धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड का पाठात्मक तथा क्रियात्मक ज्ञान अति महत्वपूर्ण तरीके से तथा गंभीरता पूर्वक प्राप्त किया है, जो इन के वंश में यह ज्ञान चार चाँद के समान साबित हुआ I अपने पुरखों एवं कुल श्रेष्ठो के आशीर्वाद से यह ज्ञान आज यूरेनश-नेपच्यून-प्लूटो का चाप दृष्टि अपने आप में संशोधन याने यूरेनश-नेपच्यून-प्लूटो के लोप-दर्शन में साबित हुए है I आप ने कई ज्योतिष के सॉफ्टवेर-एप्लीकेशन में एक अनामी निर्दर्शन तरीके से तैयार करने में अपना योगदान दिया है I ता.23-10-2023 आश्विन शुक्ल अष्टमी तथा सोमवार के दिन आप की इस क्षेत्र की अनुभव यात्रा ने 34 वे वर्ष में मांगलिक प्रवेश किया है I

आप एक बहु प्रतिभा सम्पन्न व्यक्ति रहे है; आपने ज्योतिष में आचार्य(M.A.) ,ज्योतिष डिप्लोमा,ज्योतिष प्रमाणपत्र(सिध्धांत+होरा+संहिता) के उपरांत स्नातक(हिन्दी-गुजराती-संस्कृत एवं कानून-{LLB-LLM(in Progress)}),शिक्षाशास्त्री(B.ED.),अनुस्नातक(गुजराती-हिन्दी-ज्योतिष),कम्प्युटर में DCS,फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट एवं एटोर्नी(IPR) किया है I आप पठन-पाठन के अनुभव से आयुर्वेद तथा श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ में भी दीर्घ द्रष्टि रखते है I होराशाश्त्र(मासिक पत्रिका),फूलछाब, जयहिन्द, केसरी, सौराष्ट्रभूमि, जन्मभूमि आदि दैनिक समाचारपत्र में आज का पंचांग एवं राशिफल जैसे की दैनिक-साप्ताहिक-मासिक और वार्षिक तथा जन्मभूमि,संदेश,भुवनेश्वरी,विश्व विजय,राजधानी,मार्तण्ड,पंचांग दिवाकर,भादवामाता पंचांग,अर्बुज पंचांग,जोशीजी का पंचांग,कोल्हापुर का लाटकर पंचांग ,व्रजभूमि पंचांग, शताब्दी पंचांग, अर्ध शताब्दी पंचांग,श्रीनाथजी की टिप्पणी एवं पंचांग, कालूपुर स्वामीनारायण संस्था की टिप्पणी-केलेन्डर-डाटा,श्री वैष्णव परिवार मुंबई की टिप्पणी एवं पंचांग, श्री वैष्णव टिप्पणी, (भारत सरकार कोलकत्ता के राष्ट्रीय पंचांग में भारतीय अवकाश एवं गुजरात में भी अवकाश के लीस्ट में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान आज भी निशुल्क प्रदान करते है) सिडनी का हिन्दी गायत्री पंचांग आदि पंचांग में कुछ न कुछ सामग्री रहती थी एवं कूछेक में रहती है(अंततः महापात दोष) तथा श्री व्यास पंचांग का लेखन कार्य सम्पूर्ण आपने किया था I (फ़िलहाल ई.सा.२०२३ से सशुल्क ज्योतिष सेवा से निवृत है) I फ़िलहाल आप कानून के क्षेत्र में कानून की किताब लेखन एवं वकालत के कार्य में व्यस्त है I

आचार्य श्री शीतलबेन व्यास

आचार्य श्री शीतलबेन ए. व्यास धर्मपत्नी श्री आचार्य अजयभाई जे.व्यास ने वैवाहिक जीवन प्रारंभ से ही पारम्परिक एवं कौटुम्बिक सहाय(अपने जीवनसाथी) से पंचांग निर्माण,खगोल गणित (Astronomical Mathematics/Celestial Mechanics), ज्योतिष (सिध्धांत+होरा+संहिता),वास्तुशास्त्र,शिल्पशास्त्र,मुहूर्तशास्त्र,धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड का पाठात्मक तथा क्रियात्मक ज्ञान अति महत्वपूर्ण तरीके से तथा गंभीरता पूर्वक प्राप्त किया है I ऐसा भी कह सकते है की इस योगदान में इन्हों ने पति,बालको एवं परिवार सेवा के साथ-साथ अपनें ससुराल के पारम्परिक कर्म में भी अपना श्रेष्ठ योगदान प्रदान किया है I

आप एक बहु प्रतिभा सम्पन्न व्यक्ति रही है; आपने ज्योतिष में आचार्य(M.A.),ज्योतिष डिप्लोमा,ज्योतिष प्रमाणपत्र(सिध्धांत+होरा+संहिता) के उपरांत स्नातक(समाजशास्त्र-संस्कृत एवं कानून{LLB-LLM(in Progress) }),शिक्षाशास्त्री(B.ED.), अनुस्नातक(समाजशास्त्र-ज्योतिष),कम्प्युटर में CCC एवं MS office किया है I आप पठन-पाठन के अनुभव से श्री गीताजी तथा श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ में भी दीर्घ द्रष्टि रखती है I जयहिन्द, केसरी, सौराष्ट्रभूमि, जन्मभूमि आदि दैनिक समाचारपत्र में साप्ताहिक का पंचांग एवं राशिफल जैसे की दैनिक-साप्ताहिक-मासिक और वार्षिक तथा जन्मभूमि,संदेश,भुवनेश्वरी,विश्व विजय,राजधानी,मार्तण्ड,पंचांग दिवाकर,भादवामाता पंचांग,अर्बुज पंचांग,जोशीजी का पंचांग,कोल्हापुर का लाटकर पंचांग ,व्रजभूमि पंचांग, शताब्दी पंचांग, अर्ध शताब्दी पंचांग,श्रीनाथजी की टिप्पणी एवं पंचांग, कालूपुर स्वामीनारायण संस्था की टिप्पणी-केलेन्डर-डाटा,श्री वैष्णव परिवार मुंबई की टिप्पणी एवं पंचांग, श्री वैष्णव टिप्पणी, (भारत सरकार कोलकत्ता के राष्ट्रीय पंचांग में भारतीय अवकाश एवं गुजरात में भी अवकाश के लीस्ट में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान आज भी निशुल्क प्रदान करते है) सिडनी का हिन्दी गायत्री पंचांग आदि पंचांग में कुछ न कुछ सामग्री रहती थी एवं कूछेक में रहती है(अंततः महापात दोष) तथा श्री व्यास पंचांग का लेखन कार्य सम्पूर्ण आपने किया था I (फ़िलहाल ई.सा.२०२३ से सशुल्क ज्योतिष सेवा से निवृत है) I

फ़िलहाल आप कानून के क्षेत्र में कानून की किताब लेखन एवं वकालत के कार्य में व्यस्त है I

शास्त्री श्री अमीतभाई व्यास

शास्त्री श्री अमीतभाई जे. व्यास ने पारम्परिक एवं कौटुम्बिक सहाय(अपने अग्रज) से पंचांग निर्माण-ज्योतिष- धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड का पाठात्मक तथा क्रियात्मक ज्ञान अति महत्वपूर्ण तरीके से प्राप्त किया है I

आपने स्नातक गुजराती(B.A.) एवं संस्कृत(B.A.) में तथा अनुस्नातक(M.A.) गुजराती में किया है, कम्प्युटर में पोस्ट ग्रेज्युएट इन डिप्लोमा कम्प्युटर एप्लीकेशन(P.G.S.C.A.), MS office, D.T.P. किया है I आप श्री अपनें क्षेत्र में ज्योतिष- धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड के पाठात्मक तथा क्रियात्मक कार्य में एक जानेमाने प्रभुत्वशाली व्यक्ति है I (फ़िलहाल आपश्री सशुल्क ज्योतिष सेवामें कार्यरत है) I

शास्त्री श्री धवलभाई व्यास

शास्त्री श्री धवलभाई जे. व्यास ने पारम्परिक एवं कौटुम्बिक सहाय(अपने अग्रज) से पंचांग निर्माण-ज्योतिष- धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड का पाठात्मक तथा क्रियात्मक ज्ञान अति महत्वपूर्ण तरीके से प्राप्त किया है I

आपने B.C.A., स्नातक(B.A.) संस्कृत, एवं कानून{LLB-LLM(in Progress)} में किया है I कम्प्युटर में COPA एवं MS office किया है I आप श्री अपनें क्षेत्र में ज्योतिष- धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड के पाठात्मक तथा क्रियात्मक कार्य में एक जानेमाने प्रभुत्वशाली व्यक्ति है I (फ़िलहाल ई.सा.२०२३ से सशुल्क ज्योतिष सेवा से निवृत है) I

फ़िलहाल आप कानून के क्षेत्र में कानून की किताब लेखन एवं वकालत के कार्य में व्यस्त है I

आचार्य श्री हितेनभाई व्यास

आचार्य श्री हितेनभाई पी. व्यास ने पारम्परिक एवं कौटुम्बिक सहाय(अपने अग्रज) से पंचांग निर्माण-ज्योतिष- धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड का पाठात्मक तथा क्रियात्मक ज्ञान अति महत्वपूर्ण तरीके से प्राप्त किया है I

आपने स्नातक(B.A.) एवं अनुस्नातक(M.A.) संस्कृत में किया है I कम्प्युटर में MS office एवं D.T.P. किया है I आप श्री अपनें क्षेत्र में ज्योतिष- धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड के पाठात्मक तथा क्रियात्मक कार्य में एक जानेमाने प्रभुत्वशाली व्यक्ति है I (फ़िलहाल आपश्री सशुल्क ज्योतिष सेवामें कार्यरत है) I

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आचार्य श्री व्यासजी

आचार्य श्री व्यासजी ने 12 साल की छोटी उम्र में ही पारम्परिक एवं कौटुम्बिक सहाय(अपने दादा श्री) से पंचांग निर्माण,खगोल गणित (Astronomical Mathematics/Celestial Mechanics), ज्योतिष (सिध्धांत+होरा+संहिता),वास्तुशास्त्र,शिल्पशास्त्र,मुहूर्तशास्त्र,धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड का पाठात्मक तथा क्रियात्मक ज्ञान अति महत्वपूर्ण तरीके से तथा गंभीरता पूर्वक प्राप्त किया है, जो इन के वंश में यह ज्ञान चार चाँद के समान साबित हुआ I अपने पुरखों एवं कुल श्रेष्ठो के आशीर्वाद से यह ज्ञान आज यूरेनश-नेपच्यून-प्लूटो का चाप दृष्टि अपने आप में संशोधन याने यूरेनश-नेपच्यून-प्लूटो के लोप-दर्शन में साबित हुए है I आप ने कई ज्योतिष के सॉफ्टवेर-एप्लीकेशन में एक अनामी निर्दर्शन तरीके से तैयार करने में अपना योगदान दिया है I ता.22-10-2023 आश्विन शुक्ल अष्टमी तथा रविवार के दिन आप की इस क्षेत्र की अनुभव यात्रा ने 34 वे वर्ष में मांगलिक प्रवेश किया है, फ़िलहाल आप ज्योतिष के सशुल्क किसी भी तरह का कार्य नहीं कर रहे है एवं आप सेवा निवृत पंचांग कर्ता तथा ज्योतिषाचार्य है , आप केवल अपने धर्मशास्त्रीय-ज्योतिषीय ज्ञान को बाटने हेतु एवं भारतीय अमूल्य ज्ञान की गरीमा बरकरार रखने हेतु- फ्री/अनुकूल समय में अपनें अनुज बन्धुओं-मित्रो-स्नेहिजनों एवं मार्गदर्शन के सही-सही जरुरतमंद लोगों को सिर्फ ज्ञान प्रदान करतें है I

फिल-हाल पंचांग की वेबसाईट, ज्योतिष,कर्मकांड, धार्मिक पूजाविधान,जाप-पूजा आदि पारम्परिक एवं कौटुम्बिक ज्ञान सहाय तथा आचार्य श्री व्यासजी ने ता.22-10-2023 आश्विन शुक्ल अष्टमी तथा रविवार के दिन तक जो ज्ञान प्रदान किया है तथा हमने भी अपने आपमें धर्मशास्त्र का पठन-पाठन से एवं आचार्य श्री व्यासजी के शिष्य के रूप में जो ज्ञान प्राप्त किया है वह तथा संस्कृत में शास्त्री(B.A.) तक का अभ्यास एवं कुलपरंपरा से प्राप्त ज्योतिष-धार्मिक-कर्मकांड-त्यौहार का निर्णय एवं सैध्धान्तिक ज्ञान-पंचांग गणित पंचांग निर्माण,खगोल गणित (Astronomical Mathematics/Celestial Mechanics), ज्योतिष (सिध्धांत+होरा+संहिता),वास्तुशास्त्र,शिल्पशास्त्र,मुहूर्तशास्त्र,धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड का पाठात्मक तथा क्रियात्मक ज्ञान अति महत्वपूर्ण तरीके से तथा गंभीरता पूर्वक प्राप्त किया है, जो इन के वंश में यह ज्ञान चार चाँद के समान साबित हुआ I अपने पुरखों एवं कुल श्रेष्ठो के आशीर्वाद से यह प्राप्त किया है जो अविरत चला आ रहा है I

शास्त्री अमितभाई व्यास

शास्त्री श्री अमीतभाई जे. व्यास ने पारम्परिक एवं कौटुम्बिक सहाय(अपने अग्रज आचार्य श्री अजयभाई जे.व्यास) से पंचांग निर्माण-ज्योतिष-धर्मशाश्त्र एवं कर्मकाण्ड का पाठात्मक तथा क्रियात्मक ज्ञान अति महत्वपूर्ण तरीके से प्राप्त किया है I

आपने स्नातक गुजराती एवं संस्कृत में तथा अनुस्नातक गुजराती में किया है, कम्प्युटर में पोस्ट ग्रेज्युएट इन डिप्लोमा कम्प्युटर एप्लीकेशन, MS office, D.T.P. किया है I आप श्री अपनें क्षेत्र में ज्योतिष-धर्मशाश्त्र-मुहूर्त एवं कर्मकाण्ड-पंचांग आदि…के पाठात्मक तथा क्रियात्मक कार्य में एक जानेमाने प्रभुत्वशाली व्यक्ति है I जहां जरुरत होती है वहाँ आज भी आप अपने अग्रज के फ्री/अनुकूल समय में बिलकुल मुफ्त में मार्गदर्शन प्राप्त करतें है,कर रहे है I

कार्यानुभव: 15 वर्ष

भाषा: गुजराती-हिन्दी

कार्य: जन्म कुंडली-अंकशास्त्र-मुहूर्तशास्त्र-लाल किताब-विवाह मिलान-प्रश्न कुंडली-वास्तु-कर्मकाण्ड-पूजाविधि आदि…

फ़ीस: हेतु दक्षिणा:

15 मिनट-1000 रुपये, फ़िलहाल 50 % डिस्काउंट के बाद सिर्फ 500 रुपये

30 मिनट-1800 रुपये, फ़िलहाल 50 % डिस्काउंट के बाद सिर्फ 900 रुपये

45 मिनट-2600 रुपये, फ़िलहाल 50 % डिस्काउंट के बाद सिर्फ 1300 रुपये

60 मिनट-3400 रुपये, फ़िलहाल 50 % डिस्काउंट के बाद सिर्फ 1700 रुपये

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